नान स्टाप राइटिंग चेलैंज 2022 एडीशन 1 प्यार की जीत( भाग 12)
"रेनू मै तुमसे बहुत प्यार करता हूँ। अब तुम्हारे बिना मै नहीं रह सकता हूँ। मुझे केवल तुम्हारी हाँ कहने की जरुरत है। जब भी तम मेरे प्यार को स्वीकार करलोगी उसी दिन मम्मी को बतादूँगा और तुम्हारे मम्मी पापा के पास भेजकर बात पक्की करवा दूँगा। और मै फिर तुम्हारे घर बारात लेकर आऊँगा।" आकाश पागलो की तरह उसे बता रहा था।
रेनू जानती थी कि उसके परिवार का नाम सुनकर उसे कोई नही स्वीकार करेगा। वह इस समाज को जानती थी कि इस समाज कितना रूढि़वादी है। कितना ढौगी है। आज जो प्यार की बात कर रहा है वह स्वयं प्यार की कसमें खाना भूलकर मुझसे घृणा करने लगेगा।
इसलिए रेनू ने उसे कोई जबाब नहीं दिया। और वह अपने होस्टल आगयी। रेनू की आँखौ के सामने आकाश का मासूम चेहरा घूम रहा था। उसकी आँखौ से नींद गायब थी।
क्यौकि वह भी आकाश को दिल से चाहती थी वह उसे अपने बिषय में बताकर उसकी घृणा कैसे सहन कर सकेगी। रेनू के बिषय में जानकर उसे इस समाज में कोई नही अपनायेगा।
रेनू अपनी माँ जैसी आनन्दी से प्यार भी करती और उसे उसपर गुस्सा भी आता था। प्यार इसलिए करती थी कि उसने वह सब दिया जिसका उस पर अधिकार था उसे इस समाज की उस गन्दिगी से निकाला था जिसमें पहुँचकर उसका जीवन नरक बनगया होता।
रेनू को आनन्दी माँ पर क्रोध इसलिए आरहा था कि उसे उसने गोद क्यौ लिया । गोद लेकर जिन्दा क्यौ रखा था इससे तो अच्छा वह गोद लेकर उसका गला घौटदेती तो आज उसे यह सब सहन नहीं करना पड़ता।
रेनू पूरी रात अपने व आकाश के बारे में सोचती सोचती सोगयी। सुबह जब वह सोकर उठी उसका पूरा शरीर दर्द कर रहा था। आज उसका कालेज जाने का दिल नही था। परन्तु यह सोचकर कालेज गयी कि आकाश उसके बिषय मे गलत सोचने लगेगा।
आज वह आकाश को अपनी पूरी असलियत बताना चाहती थी। वह यह तय करके कालेज पहुँच गयी। और आकाश को देखकर उससे ओझल होंकर जाना चाहती थी परन्तु आकाश ने उसे आवाज देकर बुला लिया।
आकाश उससे पूछने लगा," रेनू तुम इस तरह कब तक छिपती रहोगी मै केवल हाँ या ना सुनना चाहता हूँ। तुम्हारे दिल में जो आरहा हो करो कोई जबरजस्ती नही है। "
रेनू आकाश को काफी हाउस लेकर गयी और बोली," आकाश मै क्या हूँ कौन हूँ यह सब मेरे बारे में जानकर तुम मुझसे घृणा करने लगोगे। क्या तुम मेरी असलियत जानना चाहोगे।?"
आकाश बोला ," रेनू तुम क्या सुनाओगी अपनी असलियत ,,? मुझे सब मालूम है मै तुम्हारी आनन्दी माँ से भी मिल चुका हूँ। मुझे मालूम है तुम्हारा पालन पोषण किन्नरौ ने किया है उन्हौने तुम्है एक अनाथलय से गोद लिया था। गोद लेने के पीछे भी कहानी थी असल में तुम्है जो गोद लेरहा था वह भेडि़या था।
वह अनाथालय से दिखावा करने हेतु केवल लड़किया ही गोद लेता था वह अनाथालय के ही एक कर्मचारी से मिला हुआ था। वह उन लड़कियौ के साथ पहले स्वयं सेक्स करता था और बाद में उनको अरब देश में सप्लाई कर देता था।
यह बात आनन्दी को पता चल गयी और उसने उससे अधिक पैसे देकर तुम्है गोद ले लिया और पहले तुम्है अपने पास रखना चाहा । परन्तु तुम वहाँ रहकर गन्दी आदतै सीख रही थी तब तुम्है होस्टल में रखा गया। आनन्दी ने उस सेठ को जेल की राह भी दिखाई थी।वह आज तक जेल में है।
रेनू बस तुम्हारी यही कहानी है जिसे मुझे बताना चाहती हो। और सोच रही हो कि मैं इस कहानी को सुनकर तुमसे घृणा करने लगूँगा। मैने तुमसे प्यार किया है। तुम्हारी मम्मी या तुम्हारे समाज से प्यार नहीं किया है। आकाश उसकी आँखौ में आखै डालकर बोला।
रेनू आकाश के गले लग गयी और बोली," आकाश तुम महान हो तुम जैसे महान प्रैमी के लिए मेरी जिन्दगी की हर खुशी पर केवल तुम्हारा अधिकार है। मेरे शरीर का हर अंग तुम्हारा है मै तुम्हारे लिए सात जन्म तो क्या सौ जन्म भी न्यौछाबर करदू वह भी कम है।
आज रेनू बहुत खुश थी उसने यह बात अपनी माँ आनन्दी को बताई तब वह बोली," मुझे सब मालूम है आकाश बहुत अच्छा लड़का है उसे कभी धोका मत देना। "
इसके बाद रेनू व आकाश की शादी होगयी आनन्दी किन्नर ने ही कन्यादान से लेकर बिदाई तक की सभी रश्मैं पूरी की। वह रेनू की बिदाई पर बहुत रोई आज रेनू भी बहुत रो रही वह आनन्दी कीऋणी थघ कि उसने किन्नर होकर भी उसे साज के भेडि़यौ से बचाया।
इति
नान स्टाप राइटिंग चेलैन्ज 2022 हेतु रचना
नरेश शर्मा " पचौरी "
25/06/2022
Renu
05-Jul-2022 05:51 PM
👍👍
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Seema Priyadarshini sahay
01-Jul-2022 10:33 AM
बेहतरीन रचना
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Gunjan Kamal
25-Jun-2022 11:29 AM
बहुत ही सुन्दर भाग 👌
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